मेरी बहन पड़ोसी लड़के और उसके दोस्त से चुदी
मेरी बहन ने उसे चालू रंडी बना दिया। वह हर समय हर किसी को मारने को तैयार रहती थी। इस यौन कहानी में पढ़ें कि वह एक पड़ोसी लड़के और उसके दोस्त से कैसे चुदी।
मैंने आपको अपनी चुदक्कड़ बहन की चुदाई की पिछली कहानी, मेरी लंडखोर रंडी बहन की गैंगबैंग चुदाई, में बताया था कि मेरी बहन अंजलि कैसे रंडी बन गई। ये भाग भी मनोरंजक है। मैं माफी चाहता हूँ पाठकों, मैं आप लोगों के लिए कहानी का अगला भाग लाने में थोड़ा देर लगा दी।
अपनी बहन अंजलि को मैं देखने लगा। मैं सब कुछ अब जान चुका था।
जब मैं सुबह उठकर फ्रेश हुआ, नाश्ता किया और कहा कि मैं कॉलेज जा रहा हूँ, तो मैंने उसे बताया। द्वार बंद करो!
इतना कहकर छत पर चला गया और छुप गया। थोड़ी देर बाद अंजील आई, मेन गेट बंद करके अंदर चली गई।
5 मिनट बाद मैंने अपनी बहन को फोन किया और पूछा कि क्या सिलिंडर में गैस है? हिलाकर देखना होगा, नहीं तो मंगवाना होगा।
तो वह खाना बनाने के कमरे में गई और सिलिंडर को हिलाकर चेक करने लगी।
तब मैं छत से नीचे आ गया और घर में छुप गया। थोड़ी रोशनी के अलावा घर की लगभग सभी लाइटें बंद थीं।
दो मिनट बाद मेरी बहन ने फोन किया और बताया कि गैस मंगवाने की आवश्यकता नहीं है।
मैंने धीरे-धीरे ओके कहा और फोन को बंद कर दिया।
फिर मैं चुपके से रसोई की तरफ गया और अपनी बहन को पीछे से देखा। वह सिर्फ एक बेबीडॉल नाईटी पहने हुए थी जो उसकी चूत को भी ढक नहीं पाती थी। उसने इसके अलावा कुछ नहीं पहना था..। कुछ भी नहीं..। न पैंटी न ब्रा! मेरी बहन की गोरी गांड पूरी तरह से नंगी थी।
तब दरवाजा खुला। दूध वाले का आगमन समय था!
मैंने सोचा था कि मेरी बहन ऐसे ही दूध लेने जाएगी।
और वह वैसे ही चली गई। उसकी नाईटी से उसकी चूचियों के निप्पल साफ दिख रहे थे। उसने और कुछ नहीं पहन रखा था, यह स्पष्ट था।
मेरी बहन, जो अधनंगी थी, दरवाजा खोला।
दूध वाले ने मेरी बहन को नीचे से ऊपर तक घूरकर देखा।
फिर पूछा, "घर पर कोई नहीं है क्या?"
बहन, क्यों?
दूधवाला—ठीक वैसा ही।
नहीं, बहन, कोई नहीं है।
दूध वाला: पीने के लिए कुछ पानी मिल सकता है?
बहन, अगर आपको कुछ पीना है तो घर आकर पी लीजिए।
दूधवाले को मेरी बहन की पूरी गोरी गांड दिखाई दी, जब वह पीछे घूमकर अंदर गई।
दूध वाला केला खाना चाहते हो?
बहन, मैं खाऊँगी।
यह कहते हुए अंजिल किचन में चली गई। उसने दूध गैस पर हल्की आँच लगाई।
दूधवाला पूरी तरह खुश था। वह गेट बंद करके किचन में गया।
उसने मेरी बहन को पीछे से पकड़ लिया और स्लैब पर झुका दिया, फिर नीचे बैठकर उसके गांड को चूमने लगा। उसने फिर सीधा मेरी बहन की चूत को चूसना शुरू किया।
मेरी बहन आहें भरती हुई उसके सर को अपने चूत पर दबा रही थी।
तब दूधवाला ने अंजलि की एक टांग उठाकर किचन की स्लैब पर रख दी और अपना लन्ड निकालकर मेरी बहन की चूत में डालने लगा।
मेरी बहन वासना से भर गई थी। दूध वाले ने फिर बहन को गोद में उठा लिया और उसे चोदने लगा।
तब उसने बहन को बेडरूम में ले जाकर उसके ऊपर चढ़ गया और उसे वैसे ही चूत में डाल दिया। लेकिन इतने में मेरी बहन की चूत में से उसका लंड बाहर निकल गया। उसने बहन की चूत के मुंह पर अपना लन्ड रखकर एक जोरदार झटका दिया, जिससे पूरा अंदर चला गया।
Chalu Bahan Ki Chut Gaand Chudai: मेरी बहन ने कुछ आवाज़ें निकाली: आह उम्म्ह, अहह, हय, याह, ऊह उम्म!
दस मिनट तक चोदने के बाद, दूधवाला ने अपना वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया और कहा, "तुम्हारी चूत कभी चोदने को मिलेगी, मैंने कभी नहीं सोचा था।"
मेरी बहन अंजलि ने हंसते हुए कहा कि भैया, आपको और भी अवसर मिलेंगे।
उसने मेरी बहन की चूची को मसलते हुए कहा, "अब जाना होगा, दूध बाँटना है।"
दूधवाला फिर चला गया।
उठकर, मेरी बहन ने एक तौलिये से अपनी चूत को धोया, फिर उसे अपनी नाक के पास रखा और फिर दरवाजा बंद किया।
मुझे भी याद आया कि अंजलि ने गैस पर दूध चढ़ाया था जब वह तुरंत किचन में चली गई।
फिर अंजली नहाने गई और पूरी तरह से नहाकर बाहर आ गई। अपने बालों को संवार रही थी।
कुछ देर बाद मेरी बहन फोन करने लगी। उसने फोन उठा लिया, स्पीकर ऑन करके बात करने लगी। मैं भी बातचीत सुन रहा था।
अभय बगल वाले घर से फोन मिला।
Abhiyan, आप फ्री हैं?
बहन, मैं स्वतंत्र हूँ और घर पर कोई नहीं है।
Abhai, क्या आप मम्मी और पापा चले गए हैं।
अंजील विद्यालय में है।
अभय, मैं घर आऊँगा क्या?
बहन, आओ। डेरी, मिल्क लाओ।
भय: मेरा खाओ।
अंजील: मैं भी खाऊँगी।
Abhya: मैं तुम्हें लेने के लिए बहुत उत्सुक हूँ।
तुम आओ तो, बहन!
Abhiyan, मेरे दोस्त घर आए हैं, क्या मैं उनसे मिल सकता हूँ? कोई समस्या तो नहीं है न?
अंजलि: मैं बिल्कुल नहीं..। तुम्हारे उस दोस्त के सामने मुझे फोन करके ये प्रश्न पूछने का अर्थ है कि तुम अपने दोस्त के साथ आओगे।
Abhya, आप समझदार हैं और आजकल रंडी बन रहे हैं।
मैं रंडी नहीं हूँ। अगर मैं आपको चोदने नहीं दूँ तो कहां जाओगे?
Abhy: क्षमा करें! मेरी सुंदर बच्ची डॉल।
अंजलि: अगर रंडी समझती है कि मैं बाहर जाऊँगा, तो मुझे फोन क्यों किया?
Abhiyan, तुम्हारी हवस चढ़ गई है, उतार देना!
अंजलि ने कहा कि वह मेरे झांट के नीचे नहीं आया..। गाण्ड चाटेगा तो ही चोदूँगा।
Abhy, इतनी बदसूरत कब से हो गयी?
अंजलि: क्या तुम मेरे बारे में कुछ नहीं जानते?
अभय: मैं आता हूँ।
तब मुझे पता चला कि बहन कितनी बुरी हो गई है।
मेरी बहन अब तैयार होने लगी। उसने स्कर्ट, टॉप और सुंदर काली ब्रा पैंटी का सेट पहना था।
Abhai बगल में रहता है। घरवालों को लगता है कि मेरी बहन उससे थोड़ा मित्रवत है क्योंकि वे हमउम्र हैं।
बाकी, हम दोनों फ्रेंडली है।
Abhai हमारे घर अपने एक दोस्त के साथ आया।
अंजलि, स्वागत है!
Abhiyan, मेरा दोस्त सौरभ है!
नमस्कार, सौरव!
मेरी सुंदर बहन को देखकर वह मचल उठा।
मेरी बहन ने कहा, "आओ मेरे पीछे मेरे कमरे में चलो।"
तभी सौरभ ने धीरे-धीरे पीछे से मेरी बहन की गांड पर हाथ फेरा। उसकी इस कार्रवाई पर अंजील मुस्कुराई।
Abhayi, यह डेरी मिल्क है!
अंजलि, बहुत धन्यवाद! रंडी, तू मुझे क्या बता रहा था?
Abhai ने अंजलि को लिप किस करके कहा, "सॉरी बाबू!"
सौरभ: आपका साइज क्या है?
अंजलि: लोग नाम, संख्या और उम्र पूछते हैं, लेकिन आप सिर्फ साइज पूछ रहे हैं?
सौरभ: तुम्हारा आकार सही लगता है।
अंजील, तुम्हारा शरीर क्या साइज है? बाहर से बड़ा लग रहा है।
उसके और अभय के लन्ड जीन्स के ऊपर से ही अंजलीले सहला रहे थे।
यह सब सुनकर, सौरभ, मेरा लॉलीपॉप है!
बोलते हुए, उसने मेरी बहन को 8 इंच का काला लन्ड दिया।
अंजलि: यह बहुत बुरा है; बिल्कुल मेरे लिए बनाया गया है।
Abhya, मेरा भी ले!
Abhy भी 7 इंच का होगा।
अभय सौरभ से छोटा था..। इसलिए बहन सौरभ को बहुत चिंतित करती थी।
मेरी कामुक बहन बार-बार दोनों का लन्ड चूस रही थी और सहला रही थी।
तब अभय ने अंजलि को उठा कर बेड पर पटक दिया, मेरी बहन की टांगें फैला दी, उसकी स्कर्ट और पैंटी उतार दी, फिर मेरी छोटी बहन की चूत पर अपना मुंह लगाया।
अंजील: ओह! आराम से..। आह..। हम्म! आह! आआह!
Suresh: मुझे भी चाटने दो।
फिर सौरभ मेरी बहन की गीली चूत चाटने लगा, जबकि अभय आगे जाकर बहन के मुंह में लंड डालकर चोदने लगा, जिससे उसके मुंह में जल्दी ही अपना रस गिर गया। मेरी बहन सब कुछ पी गई।
सौरभ ने अंजलि की ब्रा खोल दी और उसके बाद उसके बड़े-बड़े चूचों को चूसने लगा। पूरे कमरे में मेरी बहन की सिसकारियाँ गूंज रही थीं।
उसके बाद, सौरभ ने मेरी गर्म बहन की चूत पर अपना लिंग डाला। और बिना कोई कठिनाई के मेरी बहन की चूत में उसका लन्ड घुस गया।
सौरभ लगातार झटके मार रहा था और मेरी चुदक्कड़ बहन उसका चेहरा देखकर मुस्कुरा रही थी।
सौरभ, इतनी शांति कैसे?
बहन, आप लोगों के आने से पहले कोई अधिक मेहनत करके इस खेत को हल कर दिया है!
Abhy, मैं कॉल पर तुम्हें क्या गलत बताया? रांडी
तब अंजलि ने सौरभ से कहा, "रुक जाओ, अभय को नीचे आने दो!"
जैसे ही अभय नीचे लेट गया, अंजलि उसके लिंग को गांड में लेने की कोशिश करने लगी। पर अभय मेरी बहन को झुकाकर उसकी गांड चाटने लगा जब लन्ड नहीं आया।
अभय ने मेरी बहन की गांड में आसानी से लंड डाला।
फिर अंजलि ने सौरभ से लिंग को चूत में डालने को कहा। मेरी बहन की रसदार चूत में सौरभ का लंड लग गया। अब मेरी बहन अपने दोनों यारों के साथ थी!
अंजीली ने कहा, "आह!" भय, मैंने अभी तक तुम्हें गांड चटवाया या चूत दी भी नहीं।
तब मेरी बहन सैंडविच पर आई और अपनी चूत और गांड चुदवाने लगी। इस चुदाई के खेल में वह पूरी तरह से खिलाड़ी लग रही थी!
मेरी बहन खुद घूमती थी और फिर उनको ऊपर नीचे करती थी।
सेक्स लगभग आधे घंटे तक ऐसे ही चलता रहा। मेरी बहन की वासना भारी आहें और फच फच की आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी।
हर जगह चुदाई हुई अंजलि! और तीनों ने एक बार झड़प की। अभय, दो बार!
फिर कुछ देर बाद फिर से सेक्स शुरू हुआ। मेरी बहन का सेक्स चरम पर था।
अब तुम दोनों मिलकर मेरी चूत में घुसाओ और अंदर गिराओ, मेरी बहन ने कहा।
दोनों ने समान व्यवहार किया।
फिर सभी एक दूसरे से लिपटे हुए बेड पर नंगे ही पड़े हुए थे।
मेरी बहन की सुन्दर चूत से मर्दाना रस निकल रहा था। मेरी बहन की चुदी हुई चूत इतनी सुंदर लग रही थी! उसकी गांड का छेद भी बड़ा हो गया था।
जब कोई मेरी बहन की चूत और गांड देखता है, तो वह चोदने के बिना रह नहीं सकता।
मेरी बहन ने अपनी चूत में उंगली डालते हुए कहा कि ये मेरी चूत न जाने कितने और वीर्य खाएगी। इस युवावस्था में मज़ा आता है।
Abhiyan, क्या तुमने गैंगबैंग ट्राय किया है?
अंजलि: मैं छह लोगों से गैंगबैंग करवा चुकी हूँ।
- दर्द नहीं हुआ? सौरभ और अभय ने एक साथ पूछा।
अंजलि: दुःख का सामना करना एक अलग तरह का आनंद है। बड़े लन्ड से चुदने में मुझे मज़ा आता है, नहीं डरता।
सौरभ: तुम मुझे अपने नंबर दे दो, तुम्हारी फिगर ने मुझे दीवाना बना दिया!
अब आपने सही प्रश्न नहीं पूछा। क्या आप मेरा साइज जानते हैं?
सौरभ—36-24-36 बहन—तुम्हारी नजर अच्छी है और तुम्हारे हथियार भी अच्छे हैं।
फिर मेरी बहन अंजलि को दोनों दोस्तों ने किस किया और उसकी चूचियों को दबाया। तब वे दोनों हमारे घर से चले गए।
अंजलि भी नहाने चली गई। मैं भी समय से पहले घर से चला गया और आधे घंटे बाद वापस आया।
अंजील बहुत खुश दिखती थी।
मैं अपनी बहन, जो खुद एक पोर्नस्टार है, के लाइव पोर्न देखकर भी खुश था।
मैं आगे बताऊंगा कि सौरभ मेरी बहन को अपने दोस्तों के साथ चोदने के लिए बुलाता है, जिससे मेरी बहन एक मुसीबत में फंस जाती है।
मैं अपनी चालू बहन की चूत और गांड चुदाई की कहानी को कैसे समझा?
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