भाई बहन की चुदाई में माँ की एन्ट्री

Dec 15, 2025 - 14:30
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भाई बहन की चुदाई में माँ की एन्ट्री

मैं मिसेज अमानी हूँ। इस समय मैं ४५ साल की हूँ, खूबसूरत और सुन्दर हूँ।
मेरा रंग गोरा है, मेरा कद 5 फुट 3 इंच है और मेरे बाल लम्बे हैं।

मेरे विवाह को २२ वर्ष हो चुके हैं।

मैं हयात नाम की एक बेटी और इयाद नाम का एक बेटा हूँ।
मेरे दोनों बच्चे खेल कूद में अच्छे हैं और पढ़ने में भी अच्छे हैं।
दोनों ही आधुनिक हैं, बोल्ड हैं और मेरी तरह खुले मन वाले हैं।

10 साल पहले मेरे शौहर का अंत एक सड़क दुर्घटना में हुआ था।
मेरा परिवार ठीक चलने लगा जब मैंने उनकी जगह काम करने का मौका पाया।

मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मेरे शौहर के जाने के बाद मुझे लण्ड की कमी महसूस हुई।
मैं लण्ड के लिए उत्सुक हो गया; करवटें बदलते हुए रात बिताने लगी।

एक दिन मेरे सब्र का बांध टूट गया और मैं उस आदमी से संपर्क करने लगी जिसे मैं चाहती थी।
एक दिन रात को मैं उसका लण्ड देखा तो मेरे बदन में करंट लग गया; मेरे शौहर के लण्ड से बड़ा और मोटा था।

वास्तव में, मैंने उस दिन उससे पूरी तरह से चुदवाया।
3 बार उसने मुझे चोदा, तो मैं खुश हो गया।
मैं चुपचाप घर चली गई।

फिर एक से दूसरे पुरुष से संबंध बनाए गए और फिर तीसरे से भी।
तीनों लिंगों से मुझे लगातार मज़ा आने लगा।

तीनों साले मेरी गांड और चूत में भी लंड डालते थे।
मैं खुशी से रंडी की तरह चुदवाने लगी।

छुट्टी पर मैं चुदवाने चली जाती थी।
कभी दिन में, कभी रात में और कभी तो दो से तीन दिन चुदने के लिए चली गई।

मुझे यह बिल्कुल ध्यान नहीं रहा कि मेरे बच्चे कब बड़े हो गए, कब जवान हो गए और किस तरह विकसित हो गए।

एक रात मैं उठकर देखा कि सुबह चार बजे हो गए थे और हयात के कमरे की लाइट धीरे-धीरे जल रही थी।
मैं इसलिए सीधे उसके कमरे में गया।

मेरे होश उड़ गए और मेरे पैरों के नीचे से जमीन गिर गई जब मैं वहाँ देखा।

मैंने एक बहेनचोद ब्रो सेक्स कहानी में देखा कि इयाद उसके ऊपर चढ़ा हुआ उसे चोद रहा है और हयात पूरी तरह से नंगी और अपनी टाँगें फैलाये हुए लेटी है।
उसकी हयात की सिसकारियां निकल रही हैं, लेकिन वह खुशी से अपनी गांड हिला हिलाकर चुदवा रही है।

जब मैंने एक भाई को अपनी सगी बहन को चोदते देखा, तो मेरी गांड फट गयी।

तब हयात ने मुझे देखा, लेकिन वह चुदाई नहीं रोकी, बल्कि और अधिक उछल उछल कर चुदवाने लगी।

फिर भी, इयाद मुझे देखते हुए नहीं रुका।
भोसड़ी वाला को हयात को अपनी बीवी से चोदने में व्यस्त था।

दोनों का यह व्यवहार मुझे हैरान कर गया।
मैं अपनी कार्रवाई को समझ नहीं पा रहा था।
ये दोनों साले बहुत बेशरम हो गए हैं, खुलेआम चुदाई कर रहे हैं।

मेरी चूत पूरी तरह गीली हो गयी जब मेरे बेटे का पूरा लण्ड अचानक मेरी चूत से बाहर निकला।
मैंने सोचा कि इयाद का लण्ड उसके पिता से बड़ा है।

मैं चाहता था कि मैं उसके लण्ड को मुंह में डालकर चूत में डाल दूँ।
मैं भी इन लोगों की तरह बेशर्म क्यों नहीं हूँ?
लेकिन मुझे साहस नहीं हुआ।

तब हयात ने मेरा पेटीकोट अपनी तरफ खींचा और कहा, "अम्मी, मेरे पास बैठो नहीं।"
मैं वास्तव में बैठ गया।

तब तक हयात ने मेरी शाल नीचे गिरा दी, जिससे मेरी बड़ी-बड़ी चूचियाँ पूरी तरह से नंगी हो गईं।
हयात ने चुदवाते हुए कहा: अम्मी, मुझे पता है कि तुम बहुत चुदासी हो। आपकी चूत बहुत दिनों से लण्ड नहीं पाई है। आप लण्ड के लिए क्रोधित हैं।

उसने मेरी पीड़ित रग पर हाथ रखा।
मैंने पूछा: तुम ये सब कैसे जानते हो?
मेरी सहेली ने मुझे बताया। उसकी माँ आपकी तरह हैं। वह भी कई वर्षों से लण्ड नहीं पाया था, इसलिए एक दिन उसने अपनी माँ की चूत में अपने हाथ से लण्ड डाला।

मैंने पूछा कि लण्ड किसका था?
उसने बताया कि लण्ड उसके कजिन का था और उतना मोटा था जितना मोटा इयाद का लण्ड है।
यह सुनकर मुझे बुरा लगा।

हयात ने मेरी चूत सहलाने लगी और मेरा पेटकोट उतार दिया।
उत्तेजित होकर मैं उसे रोक नहीं सकी।

मैंने बेटी हयात से पूछा: तुम मेरी चूत क्यों सहला रहे हो?
उसने कहा कि चुदाई में किसी को रिश्ते से नहीं बल्कि नाम से पुकारा जाता है, जैसे भोसड़ी वाली अमानी, माँ की लौड़ी हयात या मादर चोद इयाद।

हां, तुम सही कह रही हो, बुरचोदी हयात, मैंने कहा।
उसने कहा, "सुनो, ये इयाद भोसड़ी का एक आदमी है, और ये इसका हरामी लण्ड है जो अभी मुझे चोद रहा है।"

मैंने कहा: वाह! आज एक बेटी अपनी माँ को यौन संबंधों का पाठ पढ़ाती है।
मैं सिखा ही नहीं रही, मेरी हरामजादी अमानी करके भी दिखाऊंगी।

ऐसा कहकर उसने मुझे इयाद का लड़का पकड़ा दिया और कहा, "माँ की लौड़ी अमानी, पकड़ ले ये मस्ताना लड़का जो तुम्हें कई वर्षों से मिल रहा है।"

मुझे उसकी बातें बहुत अच्छी लगीं।
मैं बेशर्मी से लण्ड पकड़कर चाटने लगी।
मुझे लण्ड का टोपा बहुत पसंद आया।

मेरे साथ हयात भी लण्ड चाटने लगी।

लण्ड की झांटें पूरी तरह से साफ थीं। लण्ड सख्त और पूरी तरह से चिकना था।
बेटे के लण्ड पर मुझे गर्व होने लगा।

मेरी चूत पर हयात का हाथ चल रहा था।
इस तरह माँ भाई बहन की चुदाई में आई।

थोड़ी देर बाद उसने मेरी चूत पर लण्ड लगाया, फिर इयाद ने एक ही धक्के में पूरा लण्ड घुसा दिया।
मैं रोने लगी और फिर मजे से चुदवाने लगी।

जब मैं खुश हो गया, मैंने कहा, "हाय दईया, तेरा लण्ड भोसड़ी का स्मरण बहुत अच्छा लग रहा है!" तुम चोद रहे हो जैसे हयात की बुर। आपका लौड़ा बहुत मजेदार है!

फिर खुशी से मेरे मुंह से गालियां निकलने लगीं: साले कुत्ते, याद करो मेरी माँ का भोसड़ा... चोद ले मेरा प्यारा जवान भोसड़ा!

तब तक हयात ने आकर मेरे मुंह पर अपनी चूत रख दी, जिसे मैं चाटने लगा।
मैं दो बार खुश हो गया।

अपने बेटे से चुदवाने का आनंद लेने लगा।
इयाद उछल उछल कर चोदने लगा, लौड़ा अंदर तक घुसेड़ने लगा, और बहुत दिनों बाद मैं चुदाई का एक नया आनंद लेने लगा।

तब इयाद ने कहा, "अमानी यार, तुझे चोदने में बहुत मज़ा आ रहा है।" जब मैं उसे चोद रहा था, ऐसा ही मज़ा हयात दे रहा था। हयात की चूत और तेरी चूत लगभग समान हैं। मैं इसी तरह की चूत चोदना पसंद करता हूँ।

उधर हयात की बुर चाटने में एक अलग तरह का आनंद था।

अचानक मैं इतनी उत्तेजित हो गई कि मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरा लण्ड भी जल्दी ही माल उगलने लगा, जिसे हम दोनों ने मिलकर चाटा।
मैं भावुक हो गया जब मैंने अपने बेटे का झड़ता हुआ लण्ड पहली बार चाट लिया।

अगले दिन इतवार था, इसलिए कोई बाहर नहीं जाना चाहिए था।
इसलिए हम तीनों घरों में नंगे ही घूमते रहे और एक जगह बैठकर हंसी-मजाक करने लगे।

भोसड़ी की याद में हयात ने पूछा कि क्या तुम्हें अपनी माँ को चोदने में मज़ा आया था?
याद ने कहा, हाँ, मैं बहुत खुश था। मैंने सोचा कि मैं इसे पहले नहीं चोदा था।

मैंने पूछा कि क्या तुम्हें अपनी बहन की बुर लेने में कोई शर्म नहीं आई?
इयाद ने कहा, “जब बुरचोदी बहन को मेरा लण्ड पकड़ने में कोई शर्म नहीं आयी, तो मुझे उसे चोदने में शर्म क्यों आयी?” मैं उसे चोदूंगा जो मेरा लण्ड पकड़ेगा!

मैंने कहा, "तुम्हारी माँ का भोसड़ा साले, तुम बहुत बुरा आदमी हो।"
हयात ने कहा कि तुम भी बुरचोदी अमानी हो, जो अपने बेटे को चुदवा रही थी।

मैंने पूछा: हां, फिर क्या हुआ? बेटा मर्द होने पर चोदेगा। तुम भी भोसड़ी वाली मेरी चूत में लण्ड डाल रही थी।
हम सब खिलखिलाकर हंस पड़े।

फिर इयाद ने कहा कि अम्मी, मुझे कुछ कहना है, बुरा मत मानना।
मैंने कहा कि मुझे बुरा नहीं लगेगा।

तब उसने कहा, "अम्मी, मैं गोपी की माँ चोदता हूँ।"
मैंने पूछा कि फिर क्या है?

“बात यह है कि वह मेरी माँ को चोदना चाहता है,” इयाद ने कहा। क्या मैं उसे फोन कर सकता हूँ?
हां, बिल्कुल बुला लो, मैंने मुस्कराते हुए कहा।

तब हयात ने पूछा, अम्मी, क्या मैं अपने प्रेमी से अपनी माँ चुदवाना चाहती हूँ तो मैं भी उसे फोन करूँ?
मैंने कहा, "ठीक है, अपने मित्र को भी फोन करो!"

अगले दिन शाम को हमने अपने घर में एक यौन उत्सव रखा।

इयाद का दोस्त गोपी और हयात का प्रेमी गुरजीत इस पार्टी में आए।
मैं दोनों से मिलकर खुश हुआ क्योंकि वे दोनों बड़े हैंडसम और गोरे थे।
उन्हें देखते ही मुझे झटका लगा।

तब हयात ने ड्रिंक्स का सेट लगाया और हम पांचों ने दारू पीने लगे।

थोड़ा नशे में आकर मैंने पूछा, "बेटा गोपी, क्या मैंने सुना है कि तुम अपनी माँ को चोद रहे हो?"
हां, आंटी, मैं चोदता हूँ, उसने कहा। इयाद जानता है।

मैंने पूछा कि वह कैसे जानता था?
क्योंकि वह भी मेरी माँ को चोदता है, उसने कहा। हम दोनों एक दूसरे को चोदते हैं।

मैंने पूछा: तुम अपनी माँ को कब से चोद रहे हो?
उसने कहा कि मैं एक वर्ष से चोद रहा हूँ।

मैंने कड़े शब्दों में पूछा: तुम्हें माँ को चोदने में कोई शर्म नहीं आयी?
उसने पूछा, "अरे आंटी, जब माँ को कोई शर्म नहीं है, तो मैं क्यों आया?" "बेटा गोपी मुझे चोदो," उसने खुद मेरा लण्ड पकड़ा। माँ अपने बेटे के लण्ड पर सबसे अधिक अधिकारी है। मैंने तुम्हारा इतना बड़ा लण्ड बनाया है। और सुन, किसी दिन तुम भी अपनी माँ को इयाद से चुदवा लेंगे।

तुम आज इयाद की माँ चोदोगे, मैंने मुस्कराते हुए पूछा।
हां, मैं चोदूंगा, उसने कहा। मैं इसलिए आया हूँ।

तब हयात ने कहा, "गोपी, तुम सिर्फ इयाद की माँ नहीं, उसकी बहन को भी चोदो।" गुरजीत भी हम दोनों को मार डालेगा।
इसी बात पर हम सब हंस पड़े।

मैं पूरी तरह रोमांटिक हो गया।
मैंने गुरजीत के लण्ड को पैंट के ऊपर से ही दोनों हाथों से रगड़ना शुरू किया, एक हाथ गोपी के लण्ड पर और दूसरा हाथ गुरजीत के लण्ड पर।

लण्ड दोनों जबरदस्त लगता था।

तब हयात बुरचोदी ने अपने भाई इयाद का लण्ड निकालकर सभी को दिखाने लगा।
उसकी ओर देखकर मेरी भी जबान लण्ड चूसने लगी।

जैसे ही मैंने उन दोनों की पैंट खोल दी और उन्हें नंगा कर दिया, वे मेरे सामने खड़े हो गए।

मैं भी नंगा हो गया जब गोपी ने मेरी शाल उतार दी।

नंगे नंगे गोपी और गुरजीत मेरे सामने खड़े हो गए, और मैं दोनों लण्डों को दोनों हाथों से पकड़कर चूसने लगा।

लण्ड और बहन चोद दोनों हलब्बी थे, मेरे बेटे की तरह!
दोनों झांट साफ थे, इसलिए लौड़े बहुत सुंदर लग रहे थे।

तब तक मैंने इयाद को हयात को लिटाकर उसे चोदने लगा देखा।

तब गोपी ने मुझे किनारे खींचा और मेरी गांड के नीचे एक तकिया लगाया।
जब मेरी चूत पूरी तरह से लण्ड के सामने आई, उसने गच्च से लौड़ा डालकर मुझे चोदने लगा।

गुरजीत ने मेरे मुंह में लौड़ा डाला।
मैं दोनों लिंगों को एक साथ खेलने लगा।

यह मेरी पहली अवसर था; मैं खुशी से चिल्लाने लगी।

गोपी ने कहा, इयाद, मैं तेरी माँ को चोदने में बहुत मज़ा आता है। इसका भोसड़ा बहुत सुंदर है! देखो कैसे लौड़ा पेलवा रही है!
याद ने कहा, हाँ, मैं भी तेरी माँ को चोदने में ऐसा ही मज़ा लेता हूँ।

तब तक हयात ने कहा कि आज माँ भोसड़ी वाली सब की सब अपने बेटों और दोस्तों से दिल से बात करती है। बुर चोदी अमानी, साली कुतिया रंडी की तरह चुदवा रही है।
फिर मैंने कहा, "तू माँ की लौड़ी हयात, तू रंडी की औलाद, तू माँ का भोसड़ा है, तू सबसे बुरा है।" मैं नहीं जानता कि तुमने कितने रुपये खर्च किए हैं!

जब गुरजीत ने मेरी चूत में लिंग डाला तो गोपी ने मुंह में डाला! लिंग की अदला बदली तो मज़ा आया!

दोनों साले धीरे-धीरे चुदाई करने लगे।

थोड़ी देर बाद गोपी हयात की ओर चला गया और कहा, इयाद, अब मैं तेरी बहन की बुर लूंगा।
जब वह हयात को चोदने चला गया, तो गुरजीत ने मेरे मुंह में एक लण्ड डाल दिया।

उधर मुझे याद आया और मैंने लण्ड को अपनी चूत में डाल दिया।
इयाद मुझे फिर चोदने लगा।

उधर, गुरजीत ने हयात को घोड़ी बनाया।
गुरजीत ने पीछे से लण्ड पेला तो हयात खुशी से चुदने लगी।

तभी गुरजीत ने उसकी गांड में उंगली करने लगी और फिर अचानक उसकी गांड में एक लण्ड ठोक दिया।
उसे देखते ही इयाद ने भी मुझे पीटना शुरू कर दिया।

गोपी भोसड़ी कभी मुझे, कभी हयात को चोदता था।
हम दोनों ने आखिर में झड़ते हुए तीनों लड़के चाटे।

मैंने चुदाई के बाद कहा, "बेटा गोपी, मैंने तुम्हें अपनी माँ चोदते हुए नहीं देखा और गुरजीत को भी नहीं देखा।" तुम दोनों को एक दूसरे की माँ को चोदते हुए भी मैंने नहीं देखा। तो ऐसे में एक माँ की सामूहिक चुदाई की पार्टी क्यों नहीं करनी चाहिए? जिसमें प्रत्येक व्यक्ति पहले अपनी माँ को चोदता है और फिर सबकी माँ को चोदता है।
गोपी और गुरजीत ने कहा कि एक बात तो है कि माँ चोदने का मज़ा दुनिया में और कहीं नहीं है। पार्टी होनी चाहिए थी।

मैंने कहा, "हमारा एक खेत है।" अगले हफ्ते माँ चोदने की पार्टी बस उसी में करो।
हां, अम्मी, मेरे दो और दोस्त अपनी माँ को चोदते हैं। मैं भी उन्हें फोन करूँगा।

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