दोस्त की दीदी की ग्रुप चुदाई की प्लानिंग
WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी में मैं अपने दोस्त की बहन को चोदता था। मेरा वही दोस्त एक दिन मुठ मार रहा था। उसने चूत कभी नहीं मारी थी। मैंने सोचा कि उसे उसकी दीदी की चूत दिलवा दूँगा।
दोस्तो, मैं अभिषेक आपको नमस्कार करता हूँ।
मेरे खड़े लंड को हर चूत की रानी प्यार करती है।
WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी आज की सच्ची कहानी है कि मैंने जाह्नवी दीदी को उनके ही भाई के लंड से चुदवाने की योजना बनाई।
जैसा कि आप सब जानते हैं, मेरी पिछली सेक्स कहानी में मैंने जाह्नवी दीदी के घर में उसके मुँह और गांड में लंड डाला था।
आप सब जानते हैं।
मेरे दोस्त सचिन की दीदी जाह्नवी हैं।
पिछले दो साल से मैं जाह्नवी दीदी को रण्डी की तरह चोद रहा था।
जाह्नवी दीदी की हाइट 5 फुट 1 इंच है और उसका साइज 32-28-34 है। वे बहुत सुंदर दिखते हैं।
वे इतने खूबसूरत हैं कि उन्हें देखकर कोई भी लंड खड़ा हो जाएगा।
जब मैं एक दिन सचिन के घर गया तो उसके घर पर कोई नहीं था।
मैं सीधे सचिन के कमरे में गया. मैंने देखा कि वह अपने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख रहा था और पैंट से निकालकर अपने लंड को हिला रहा था।
मैंने सोचा कि पहले इसे हो जाएगा। लेकिन सचिन ने मुझे देखते ही सहम गया।
हम दोनों अच्छे दोस्त हैं, लेकिन कभी सेक्स की बात नहीं हुई।
मैंने सचिन से पूछा कि क्या आज घर पर कोई नहीं है।
उसने झेंपते हुए कहा कि बुआ और पापा घर गए हैं।
सचिन की उम्र 21 साल थी और मेरे शरीर से लगभग समान था, लेकिन उसका लंड मुझसे छोटा था।
मैंने हंसते हुए कहा, "भाई, हिलाकर निकाल तो ले ले... अंदर क्यों रोक रखा है?"
इसलिए उसे शर्म आने लगी।
मैंने कहा, "ठीक है, मैं चला जाता हूँ, फिर हिला देना।"
नहीं भाई, उसने कहा..। सर, वह सिर्फ यही है!
फिर मैंने पूछा कि क्या आप सिर्फ हिलाते हैं या कोई चूत भी चोदते हैं?
वह खुलकर कहा कि आदमी कोई प्रेमिका नहीं है।
मैंने कहा, "भाई, चलो साथ में देखते हैं।" क्या देखा!
वह पहले शर्माता रहा, लेकिन फिर हम दोनों मिलकर देसी सेक्स वीडियो देखने लगे।
मैंने लोअर से अपना लंड निकाल लिया।
उसने मेरा लंड देखकर कहा, "भाई, तुम्हारा तो बहुत बड़ा है!"
मैं जोश में नंगा हो गया।
वह अभी भी शर्माता हुआ था।
तो मैंने कहा, "भाई, जो मेरे पास है, वह तुम्हारे पास है..।" तो शर्म क्या होती है?
मैंने यह कहते हुए उसका लंड पकड़ लिया और उसे जबरन नंगा कर दिया।
तीन से चार मिनट में ही उसने पानी छोड़ दिया, जब मैं उसके लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा।
उसने मुझे हिलाकर कहा, "भाई, आज पहली बार इतना मज़ा आया है!"
मैंने कहा, "सोच बेटा, कितना मज़ा आएगा जब लड़की हाथ में लेकर हिलाएगी?"
हां भाई, यह सही है, उसने कहा।
फिर हम एक साथ लेटे रहे।
बाद में भाई बहन का यौन संबंधित वीडियो आया।
मैंने उससे कहा कि भाई बहन का यौन संबंध सही रहता है!
वह पूछा: क्यों?
मैंने उससे कहा कि सिर्फ घर में शादी से पहले पूरी खुशी मिलती है। भाई को बाहर मुँह नहीं मारना पड़ता, और बहन भी घर में लंड खाती है। किसी भी तरह की बदनामी का भी खतरा नहीं है। दिन भर भाई बहन की तरह रहो और रात को पति पत्नी की तरह मजे लो।
तुम्हारी भी दीदी है, क्या आपने कभी पढ़ाई की है?
मैंने कहा, "यार, कभी हिम्मत नहीं हुई।"
वह मुस्कुराकर रह गया।
मैंने कहा, "तुम भी जाह्नवी दीदी हो।" कभी ट्राई किया?
उसने कहा कि मैंने उनको नंगी देखा है।
मैंने पूछा: कैसे?
तो उसने कहा कि उसके घर में एक छोटा सा छेद है। पापा ऑफिस चले जाते थे और दीदी नहाती थी।
मैंने कहा कि यह सही है।
रुकिए, मैं अभी आ जाऊँगा।
उसके कमरे में मैं बैठा रहा।
वह अपनी दीदी के कमरे में गया और उनकी ब्रा पैंटी ले आई, कहते हुए, "भाई, देखो मेरी बहन का ढक्कन।"
अब उसको क्या पता कि मैं उसकी दीदी को बहुत बार चोद चुका हूँ, न कि ब्रा पैंटी।
मैंने जाह्नवी दीदी की पैंटी को हाथ में लेकर चूमने लगा और कहा, "बहुत अच्छी खुशबू आ रही है।"
फिर मैं जाह्नवी दीदी की पैंटी चूमने लगा।
नहीं भाई, गंदा काम मत करो वरना मुसीबत होगी!
मैंने कहा कि कुछ नहीं होगा, सब साफ हो जाएगा।
वह पूछने लगा कि क्या पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगा?
मैंने कहा, "हां, आदमी हो जाएगा!"
अब वह भी अपनी दीदी की ब्रा पर चिल्लाने लगा।
कुछ ही देर में सचिन और मैंने दीदी की ब्रा पैंटी पहनी।
मैंने उससे कहा कि इसे दीदी के कमरे में वापस टांग देना सूख जाएगा और दीदी को पता भी नहीं चलेगा।
फिर हम दोनों दीदी की सुंदरता की बात करते रहे।
मैंने कहा कि तुम्हारी दीदी को कोई चोदेगा।
भाई, क्या होगा? उसने पूछा।
मैंने कहा, भाई, तुम्हारी दीदी बहुत सुंदर हैं। पक्का भयानक होगा!
हां, आदमी हो सकता है, उसने कहा..। क्योंकि मैं अपनी दीदी की ब्रा पर मुठ मारकर उन्हें चोद सकता हूँ।
जब मैं घर पहुंचा, मैंने जाह्नवी दीदी को WhatsApp पर बताया कि मैंने ही उनकी ब्रा पैंटी को बदनाम किया है।
तुम्हारे पास एक दिन का सब्र नहीं था, वे कहा..। मैं कल नहीं आता था..। तब वह मुझे आराम से चोद लेता!
लेकिन कौन बताता कि यह मेरा अकेला काम नहीं था, बल्कि उनके सगे भाई सचिन का भी था?
मैं अगले दिन घर में अकेली दीदी के पास गया।
तुम गुस्सा नहीं हो तो मैं एक बात कहूँगा!
हाँ बताओ, उन्होंने कहा।
मैंने उनसे झूठ बोला कि कल आपके भाई सचिन ने ये काम किया है। उसने माल से कपड़े खराब किए हैं और आपकी ब्रा पैंटी पर लंड रगड़ा है।
कल की घटना के बारे में मैंने उनको पूरी तरह से सत्य बताया।
दीदी ने पूछा कि क्या आपने उसे बताया था कि आप मेरे साथ सेक्स कर रहे हैं।
मैंने कहा: नहीं, दीदी।
यह बहुत अच्छा था, वे कहती थीं।
मैंने उनसे कहा कि आपका भाई आपको नहाते हुए कई बार देखा है और आपके सुंदर शरीर को देखा है।
“मैं जानता हूँ आदमी,” दीदी ने कहा। ये सब करते हुए मैंने उसको कई बार नोटिस किया है।
यह सुनकर मैंने पूछा, दीदी, फिर आपने उससे कुछ नहीं कहा?
“मुझे उससे ये बात करने में शर्म आती थी,” दीदी ने कहा। तो मैंने सोचा कि जब तक चलता है, चलने दूँगा। मैंने सोचा था कि कुछ समय बाद वह खुद ही सही हो जाएगा।
मैंने कहा, दीदी, अब वह भी आपकी सुंदरता पर पागल हो गया है।
अब मैं क्या कर सकता हूँ, दीदी?
मैंने दीदी से कहा कि आप भी सचिन के साथ आनंद ले सकते हैं।
दीदी ने पूछा: क्या पागल है? वह मेरा दोस्त है।
मैंने कहा कि आपको खुशी होगी कि आपका भाई अभी भी हाथ हिलाता है! क्या आप उसे मदद नहीं कर सकते?
नहीं, दीदी ने कहा।
फिर हम दोनों मस्ती करने लगे, मैं भी बहुत काम नहीं किया।
बाद में मैंने दीदी को लिपकिस किया और उनका सूट उतार दिया।
दीदी ने अंदर उसी ब्रा पैंटी पहनी थी, जिसमें कल उनके भाई ने अपना लौड़ा निकाला था।
मैंने कहा, "ये तो वही है..।" तुमने ब्रा धोया भी नहीं?
वे कुछ नहीं कहते..। जबकि सचिन की ब्रा पर निप्पल की जगह स्पर्म के दाग साफ दिखाई दे रहे थे।
मैंने मजाक में पूछा कि भाई का स्पर्म इतना सुंदर है क्या?
दीदी ने मुझे गाली देते हुए कहा: "भोसड़ी के..।" मुझे लगता है कि तुम सिर्फ सचिन को मार डालोगे!
मैं उनके बूब्स पीने लगा और ब्रा उतार दी।
दीदी ने कहा, "जरा ब्रा उठा कर देना।"
जब मैं दे दी, दीदी ब्रा सूंघने लगी।
उसने कहा, "यार, यह बहुत अच्छा है।" कितना बड़ा है उसका लंड?
तो मैंने कहा, "दीदी, नौ इंच का है, तुम फट जाओगे!"
इतना बड़ा—दीदी ने कहा नहीं, बाबा रहने दो..। उसे सिर्फ हाथ से हिलाने दें।
मैंने दीदी का दूध काटते हुए पूछा: अगर छोटा होता तो?
तब मैं कुछ सोच सकता हूँ, वे कहती हैं। मैं तुम्हें और समीर को प्रसन्न करूँगा, तो अपने भाई को भी प्रसन्न करूँगा!
मैंने कहा, दीदी, चलो अब योजना बना लेते हैं कि कैसे सचिन को अपने खेल में शामिल करें!
दीदी ने कहा, "मैं उसके साथ अकेले में करूंगी..।" मैं उसे थ्रीसम नहीं करना चाहता।
मैंने उनकी सलवार पैंटी उतारकर उनकी चूत चाटते हुए कहा, "दीदी, ये मत भूलो कि मैंने ही आपको सचिन से मिलवाने में मदद की है और सचिन ने आपको सचिन से मिलवाने में मदद की है!"
आपको याद है कि हम आपसे प्यार करते थे जब हम छोटे थे; अब हम दोनों को भी प्यार करना चाहिए।
दीदी ने हंसकर कहा, "हरामी, तू बहुत बड़ा बहनचोद है।" सही ढंग से चाट न!
मैंने दीदी की चुत के दाने को होंठ से खींचते हुए कहा, "जब मैं और समीर एक साथ थे, तब आपको कोई परेशानी नहीं हुई।" सचिन अब सिर्फ छह इंच का है!
ठीक है बाबा..। हम एक साथ करेंगे! तुम दोनों एक दूसरे से प्यार करना चाहते हैं, लेकिन पहले अच्छे से चोद दो! ’
मैंने दीदी की चूत चाटकर उसके मुँह में लंड डाला।
मेरा सारा पानी उन्होंने पी लिया।
उसने फिर वापस चाटकर लंड को चुत में कड़क कर दिया।
फिर मैंने दीदी की दोनों टांगों को कंधे पर रखकर लौड़े पर कंडोम डालकर पूरा डाल दिया।
दीदी ने रोते हुए कहा कि मादरचोद, बहन के लौड़े को आराम से नहीं डाल सकते?
मैं हंसते हुए धीरे-धीरे उनको चोदता रहा।
फिर मैंने कहा, दीदी, डॉगी शैली में आओ!
वे कुतिया हो गए।
फिर मैंने उनको कुतिया की तरह हचक कर दस मिनट तक चोदा।
उनके शरीर से पानी निकल गया।
अब बस करो, वे कहती हैं..। मैं तुम्हें मुँह में या हाथ में लेकर निकाल देती हूँ।
मैंने कहा, दीदी, मैं बस चाहता था कि तुम जल्दी शांत हो जाओ और फिर तुम्हारी गांड मार दूँ।
तुम बहुत गलत हो, दीदी!
मैंने विनती की, दीदी!
ओके, वे कहती हैं।
वे एक बार फिर कुतिया बन गईं।
उनकी गांड मेरे सामने बहुत सुंदर लगी।
वैसे भी, दीदी की गांड को हर बार बहुत मजा आता था, भले ही वे पहले भी बहुत मार चुके थे।
मैं उनकी गांड को चाटने और सूंघने लगा।
उसने पूछा, "तुम्हें हर बार गांड चाटने में क्या मजा आता है?"
मैंने कहा कि दीदी, आप नहीं समझेंगे।
मैंने उनकी कमर पकड़ कर उनकी गांड चाटने के बाद धीरे-धीरे अपना लंड उसमें डालने लगा।
जब उन्हें भी मज़ा आने लगा, वे बोलीं और तेज रफ्तार से बाहर निकल गईं। साथ ही, एक तेज आह बहुत मज़ा आया।
फिर कुछ देर में मैंने उनसे कहा कि वे सो जाएँ।
वह सिर्फ कुछ झटकों में गांड में पानी छोड़कर उनसे लिपटकर लेट गया।
दीदी ने कहा, "सचमुच, तुमसे चुद कर मजा आता है।"
बाद में वे उठकर कपड़े पहनने लगीं।
मैंने पूछा, दीदी, सचिन से कब चुदवाना है?
"सोचकर बताती हूँ," वे कहती हैं।
फिर उन्होंने कहा, "यार, मैं चाहती हूँ कि पहले मैं अकेले में सचिन से करूँ, जिससे वह भी नर्वस न हो।"
मैं मुस्कराया।
प्रिय, अगली कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि जाह्नवी दादी ने अपने भाई से सेक्स किया और फिर हम दोनों ने दीदी को चोदकर खुश किया।
मित्रों, कृपया मुझे मेल या कमेंट करके बताएं कि आपको WwwXxx देसी गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी।
आपको धन्यवाद।
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